जिला कटनी - इस समय तहसील ढीमरखेड़ा क्षेत्र में रेत माफियाओं का बोलबाला चल रहा है संबंधित जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। खास बात है कि इन दिनों रेत माफियाओं का तहसील ढीमरखेड़ा क्षेत्र गढ़ बना हैं। दिन प्रतिदिन नदियों की अवैध रूप से रेत माफियाओं द्वारा रेत निकालकर खोखला किया जा रहा है और शासन के अधिकारी आंखों मे पट्टी बांधे हुए है। प्रतिबंध के वावजूद भी नदियों से रेत का उत्खनन परिवहन बेहिचक फल फूल रहा है। आपको बता दें कि रेत माफियाओं द्वारा जगह नदियों के घाटों में एक एक सुपरवाइजर बना कर बैठा दिया गया और ट्रैक्टर ट्रॉली से रेत निकलवाकर एक रालटी के नाम पर पर्ची काटी जाती है जिसमें श्री गणेशाय नमः लिखा हुआ है। सूत्रों की मानें तो आये दिन रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली मेन रोड तहसील के सामने से गुजरते हुए निकलते रहते हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को कोई मतलब नहीं होता है रालटी में श्री गणेशाय लिखा हुआ देखकर संबंधित जिम्मेदार अधिकारी शांति से अवैध रेत उत्खनन में माफियाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।क्षेत्र की दतला,महानदी,बेलकुंड,लभेर,मौरी नदियों से नियमों को दरकिनार कर रेत का उत्खनन परिवहन किया जा रहा है। अवैध खनन से ग्रामीणों के आने जाने वाले रास्ते गड्ढों में तब्दील हो गये है।