हरिकीर्तन के साथ विशाल जनसैलाब, मुख्य मार्गो पर पुष्प वर्षा , शंख ,मृदंग , वाद्य यंत्रों से सराबोर वातावरण यह नजारा कोई प्रयागराज कुंभ का नही, नजारा था भरभड़िया गाँव में शनिदेव व नवग्रह स्थापना का। यहा लम्बी प्रतीक्षा के बाद भरभडियाँ गाँव में नवग्रहो के संग नगर भ्रमण व हरी कीर्तन के साथ मंदिर में विराजित हुए न्याय के देवता शनिदेव ,जो व्यक्ति को कर्मों के अनुसार फल देने वाले कहलाते । ग्रामीणों व भक्तो को लंबे समय से शनि मंदिर की प्रतीक्षा थी। जो आज भव्य अनुष्ठान,विशाल यज्ञ, पूजा , लम्बी अर्चना ,महाअभिषेक व विशाल महाप्रसादी (भंडारे) के साथ पूर्ण हुई।
251गाँव की निमंत्रित प्रभात फेरिया रही धार्मिक आयोजन का केंद्र -
ग्रामीण भक्तजनों द्वारा 251 गांव की प्रभात फेरियो वाले भक्तों को निमंत्रित किया गया। जो भरभड़िया नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए हरिबोल व संकीर्तन के साथ संपूर्ण नगर भ्रमण कर शनिदेव मंदिर पहुंची। संकीर्तन मंडली के लिए ग्रामीणों द्वारा नगर के मुख्य मार्गो व परिसरो , चौराहों पर भव्य स्वागत स्वरुप ग्रामीणों द्वारा भक्त सेवा में पुष्प वर्षा की गई। तत्पश्चात सम्पूर्ण ग्रामीणों ने तन- मन- धन से विशाल महाप्रसादी (भंडारे) का आयोजन किया गया।जिसमें नगर व आसपास के ग्रामीण भक्तोजनो ने उत्साहित हो भाग लिया।
भरभड़िया नगर के वृद्ध से बच्चे तक उत्साही दिखे। ग्रामीणों का कहना हैं हम तो माध्यम मात्र है इस आयोजन को सफल करने में ईश्वर का आशीर्वाद सर्वोपरि है हम परमात्मा से यही प्रार्थना करते है की हमारे गांव में ऐसे धार्मिक आयोजन होते रहे। इस आयोजन मे ग्रामीण एकता का परिचय मिला। सभी ग्रामीणों नें इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपनी जातियों,परिवार का नेतृत्व न कर वसुदेव कुटुंबकम के भाव के साथ हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व किया।