कटनी जिला ढीमरखेडा आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र मे स्कूल की बिल्डिंग हो या छात्रावास यह समस्या हरजगह कि है हल्की सी बारिश में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
बिल्डिंग वर्क में ठेकेदारों की मनमानी @विभाग की अनदेखी।
ढीमरखेड़ा मुख्यालय से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर शासकीय जन जाति सीनियर बालक छात्रावास कटरिया में बारिश के कारण छात्रों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। छतों से पानी टपकने के कारण छात्रों को परेशानी हो रही है।जिम्मेदार अफसरों को जर्जर छात्रावासों की मरम्मत कराने में विशेष रुचि लेना चाहिए है। छात्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करना चाहिए जिससे समय रहते इस गंभीर समस्या का हल हो सके।
इस समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि छात्रों को सुरक्षित रहकर पढ़ाई कर सके। खास बात है कि बालक छात्रावास कटरिया में नौवीं से बारहवीं क्लास में 37 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं 38 बैंड है लेकिन बारिश होते ही छात्रों का ध्यान छत से टपकते पानी की ओर रहता है और अपने बिस्तर एवं अन्य समग्री को बचाने में ध्यान देते है। इन्हीं कारणों से पढ़ाई में भी अधिक प्रभाव पड़ता है। वही प्रभारी चेतन कुमार ने बताया कि बाउंड्री वॉल भी नहीं है जिससे वारिस के मौसम में जहरीले कीड़े मकोड़ों का भी भय बना रहता है। छत से पानी टपकने के कारण सीमेंट की छपाई प्लास्टर गिर रहे हैं।