निर्मल मुंदडा की कलम से @ जावद- 15 साल पहले मध्यप्रदेश बीमारू एवं अविकसित राज्यो की श्रेणी में आता था। जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो बांध और तालाब बनवाए गए। जिसके कारण सिंचाई का रकबा बढ़ा है। जावद विधानसभा में कांग्रेस सरकार में 3600 हेक्टेयर में सिंचाई होती थी। अाज वह रकबा बढकर 8400 हेक्टेयर से अधिक हो गया है। कांग्रेस सरकार में सड़कों की हालत खराब एवं बद से बदतर और खस्ताहाल थी। अब 90 प्रतिशत से अधिक गांव अच्छी सड़कों से जुड़ गए हैं।यह बात जावद विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार ओमप्रकाश सखलेचा ने जनसम्पर्क के दौरान ग्रामीणो के समक्ष ग्राम चौपाल पर कहीं। उन्होने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है और एक कथित नेताजी जाति के नाम पर वोट मांगने के लिए निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैं। वे जनता को यह नहीं बता पा रहे हैं कि जनता के लिए उनके पास विकास का विजन क्या है? उन्होने जावद क्षेत्र के लिए आज तक क्या योगदान दिया है। श्री सखलेचा ने कहा कि भाजपा ने जो कहा वह किया है। चुनाव आ गए हैं तो कांग्रेसी लोग किसानों को गुमराह करने का कथित प्रयास कर रहे हैं। कर्ज माफी का झूठा वादा किया जा रहा है, जबकि इन कांग्रेसियों को यह भी नहीं पता कि प्रदेश में कितने किसान ऐसे हैं जो सोसायटियों में कर्जदार है और उनका कर्ज कितना है! श्री सखलेचा ने याद दिलाया कि दिग्विजयसिंह सरकार में कांग्रेस कहती थी कि खजाने खाली हो गए हैं। केंद्र में मनमोहन सरकार थी तो किसानो के हितों की एक भी योजना नहीं बना पाई। अब केवल चुनावों के समय ही उन्हे किसानों की याद क्यों आ रही है ! मनमोहन सरकार के घोटालों को जनता अभी तक भूला नहीं पाई है। श्री सखलेचा ने कहा कि ओलावृष्टि होने पर शिवराजसिंह सरकार में अबीमित फसल होने के बावजूद वर्ष 2013-14 में ईसबगोल में नुकसानी पर किसानों को लाखो करौडो रुपये का मुआवजा दिलवाया गया। अब प्रति एकड़ अनुदान की व्यवस्था भी कराएंगे। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एक किसान के बेटे है। उन्होने खेती के संपूर्ण रकबे को सींचित बनाने के विजन पर काम किया। इस कारण नदी नालोें पर बांध व तालाब बनाए गए है। इन बांधों के कारण भूजल स्तर बढ़ा है तो सिंचाई का रकबा तीन गुना से अधिक बढ़ गया है। नतीजा यह कि उत्पादन भी गुणात्मक रूप से बढ़ा है। उत्पादन बढ़ने के कारण कृषि आदानों के भाव कम हुए हैं। किसानो को उनकी उपज का पूरा पूरा दाम मिले इसके लिए भावांतर योजना शुरू की है। जावद विधानसभा में 4097 किसानों को 13 करोड 16 लाख 92 हजार 227 रूपए का भुगतान किया गया। वहीं जावद विधानसभा में 3496 किसानों को 46 कराेड 93 लाख 10 हजार 272 रूपए का भुगतान किया। मे समझता हूं कि अभी भी कृषि के क्षेत्र में ओर बेहतर करने की गुंजाईश है। इसी कारण भाजपा ने कृषि कारीडोर बनाने की योजना बनाई है। जब हमारे यहां से उत्पादित कृषि जिंसों का निर्यात होगा तो किसानो को उनकी उपज का अधिकतम लाभकारी मूल्य मिलने लगने लगेगा।
भाजपा सरकार ने म.प्र. को बीमारू से उन्नत प्रदेश बनाया – सखलेचा किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है कांग्रेस
