कपिलशर्मा की रिपोर्ट @ मन्दसौर में बीती गुरुवार की शाम को हुई नपाध्यक्ष की सनसनीखेज हत्या के आरोपी को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। शनिवार को हुई प्रेसवार्ता में एसपी विद्यार्थी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मनीष पिता मोहनलाल बैरागी (39) निवासी 42 छिपा बाखल मन्दसौर ने पैसों की लेनदेन को लेकर गोली मारकर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक बीते नगर पालिका चुनाव में प्रहलाद बंधवार के समर्थन में मनीष बेरागी ने होर्डिंग्स लगवाने के लिए डेढ़ लाख रुपए खर्च किए थे। इनमें से 1 लाख 25 हज़ार रुपये वापस ले लिए थे किंतु 25 हज़ार रुपये शेष थे। जिसकी आरोपी बार बार मांग कर रहा था और नपाध्यक्ष की राशि के बदले में बीपीएल चौराहे पर मनीष की अतिक्रमण की गुमटियों को स्थाई करने व उसके मकान व दुकान के पट्टे बनाने का दिलासा देते रहे । आरोपी मनीष ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्रहलाद बंधवार ने उसके सभी साथियों को कार्य दिलाया किन्तु उसको कोई कार्य नही मिला जिससे वो बेहद नाराज था और मनीष की माँ की मृत्यु के समय उसने शेष बची राशि की भी मांग की थी, किन्तु तब भी उसे उधार दी गई राशि प्राप्त नहीं हुई जिससे परेशान होकर आरोपी नेे इस अपराध को अंजाम दे दिया। पिस्टल खरीदकर प्रेक्टिस की, फिर दिया वारदात को अंजाम- हत्याकांड के घटनाक्रम के बारे में आरोपी ने बताया कि उसने अजय जाट नाम के व्यक्ति से पिस्टल खरीदी और एक दिन पहले प्रेक्टिस की फिर नपाध्यक्ष पर नजर रखकर बीपीएल चौराहे पर लोकेंद्र कुमावत की दुकान के सामने इंतज़ार करने लगा। नपाध्यक्ष के बाहर आते ही उसने नमस्कार कर जय श्री राम कहा फिर अचानक कहासुनी के बीच उसने प्रहलाद बंधवार पर तीन फायर किए जिससे एक पेट पर व दो सिर पर वार किए जिससे नपाध्यक्ष वही जमीन पर गिर पड़े औऱ घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने आरोपी मनीष बैरागी व उसके पिस्टल देने वाले अजय भाटी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है आरोपी के पास से 7 जिंदा कारतूस व एक पिस्टल बरामद हुई है। आरोपी घटना के बाद से ही फरार था जिसको शनिवार को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है, आरोपी को न्यायिक जांच के बाद 23 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
करीबी ने ही उतारा नपाध्यक्ष को मौत के घाट आरोपी ने कबूला अपराध।
