इस बार नागपंचमी 5 अगस्त को मनाई जाएगी। उस दिन सोमवार है। 20 साल बाद ऐसा हो रहा है कि नागपंचमी श्रावण सोमवार को मनेगी। यानी उस दिन भोले के भक्तों में दो गुना उत्साह रहेगा। शिव की पूजा तो होगी ही, उनके प्रिय नाग को भी दूध पिलाया जाएगा। जानिए इसी बारे में - पंडितों के मुताबिक, इससे पहले 16 अगस्त 1993 को नागपंचमी और सोवमार को योग बना था। अगली बार ऐसा 21 अगस्त 2023 को होागा। दो दिन मनेगा नागपंचमी इस बार नागपंचमी दो दिन मनेगी। पंचमी तिथि 4 अगस्त शाम 6.48 बजे से शुरू होगी और 5 अगस्त दोपहर 2.52 बजे तक रहेगी। हालांकि देशभर में 5 अगस्त को ही नागपंचमी की धूम रहेगी। उस दिन सुबह 6 से 7.37 तक और 9.15 से 10.53 तक का समय शुभ रहेगा। शिव मंदिरों में खास व्यवस्था सोमवार को नागपंचमी होने से शिव मंदिरों में विशेष व्यवस्था की गई है। व्यवस्थापकों का मानना है कि उस दिन बड़ी संख्या में भक्त भगवान शिव के दर्शन करने आएंगे। यहां साल में पहली बार खुलेंगे नागचंद्रेश्वर के पट इस दिन उज्जैन स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलेंगे। साल में एक बार ही ऐसा होता है। ऐसे में भगवान नागचंद्रेश्वर व महाकालेश्वर के दर्शन के लिए भक्त उमड़ेंगे। मंदिर समिति महापर्व को लेकर जो विशेष दर्शन प्लान तैयार कर रही है। इसके तहत भक्तों को एक बार कतार में लगने के बाद दोनों मंदिरों के एक साथ दर्शन होंगे। यह भी बहुत खास नागपंचमी इस बार पंचयोग बनेंगे। इनके नाम हैं - चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धियोग, सिद्धयोग, रवियोग आदि। कालसर्प दोष से पीड़ित लोगों को परेशानियों से निजात दिलाने के लिए विशेष अनुष्ठान होंगे। साथ ही ज्योतिषाचार्यों द्वारा जातकों की निशुल्क कुंडिलयां भी देखी जाएंगी।
सोमवार को मनेगी नागपंचमी, जानिए कितने साल बाद हो रहा ऐसा।
