परिश्रम एक ऐसा शब्द है जिसे समझ कर अगर कोई दृढ़ संकल्पित होकर डट जाए तो सफलता की मंजिल उसके कदमों में होती है। संघर्ष नहीं करने वालों के लिए अनगिनत बहाने होते हैं पर जो लक्ष्य प्राप्ति की जिद को ठान ले वह सफलता की सीढ़ियां अवश्य चढ़ता है इतिहास गवाह है। उदासीन व्यक्ति का जीवन व्यर्थ है। अज्ञात शायर द्वारा कहा भी गया है कि जो ''संघर्ष से परिचित ना हुआ वह कभी चर्चित ना हुआ'' अपनी मेहनत के दम पर सफलता प्राप्त करने की बात को जावरा के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे लक्की ने सिद्ध करा है। अगर हम लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर संघर्षरत रहे तो एक दिन मंजिल हमें जरूर मिलती है। लक्की सैनी का सूक्ष्म परिचय हम आपको करवाते हैं। नाम लक्की सैनी,पिता कृष्ण कन्हैया सैनी , शिक्षा बीएससी पता मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की छोटी सी तहसील जावरा। लक्की यह नाम ही लाडला लगता है पिता के चहेते माता के राज दुलारे लक्की सैनी की प्रारंभिक शिक्षा जावरा में ही हुई। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे लक्की का बचपन बहुत ही संघर्षमय रहा। पढ़ाई में होनहार होने पर भी उन्हें कोई अच्छी बड़ी नौकरी नहीं मिली। पर उन्होंने निराशा नाम की समस्या अपने समीप नहीं आने दी। क्योंकि लक्की जानते थे अगर डी- मोटिवेट हुआ तो अंदर छुपा हुआ हुनर कभी बाहर नहीं आएगा। इसी जोश और जुनून के साथ उन्होंने जावरा से सफर इंदौर का तय करा। वहां पर प्राइवेट सेक्टर में जॉब देखी। जिसमें अपना खर्च निकल सके और एक्टिंग का कार्य बड़ी मेहनत व लगन से सीखा। कुछ समय बाद मुंबई में लक्की ने एक्टिंग के लिए ऑडिशन दिया और लक्की की काबिलियत से वह आज टीवी सीरियल की शोभा बढ़ा रहे हैं लक्की को आप कलर्स पर बेपनाह प्यार , छोटी सरदारनी , कुंडली भाग्य , ज़ी टीवी कुमकुम भाग्य , स्टार प्लस पर यह रिश्ते हैं प्यार के सीरियल में देख सकते हैं। लक्की सैनी का वीडियो https://youtu.be/XlewV3aX7OI https://youtu.be/GFwqSVc6Cv0
जावरा के मध्यमवर्गीय परिवार के लक्की ने टीवी सीरियल का सफर तय कर सिद्ध करा परिश्रम का महत्व।
