सिंगोली - स्थानीय श्वेतांबर मूर्ति पूजक श्री संघ के उपाश्रय मे चातुर्मास हेतू विराजित ध्यानस्त आगमोद्वारक परम पूज्य सागरानंद सुरिश्वर मा.सा की समूदायिनी मनोहर इंदु हेम चारू चिद वृता श्री जी मा.सा की सुशिष्या जीन शासन की शान ओजस्वी प्रवचन कार परम उपकारी पूज्या गुरूणी श्री अर्हम वृता श्री जी मा.सा आदि ठाणा 3 के सानिध्य मे पर्युषण पर्व जबरदस्त उत्साह के साथ मनाये गये। पर्युषण पर्व के दौरान आठो ही दिन जबरदस्त धर्म प्रभावना रही श्रावक श्राविकाओ ने बढ़ चढ़ कर धर्म आराधना की प्रतिदिन सामायिक, प्रतिक्रमण, भगवान की भक्ती , पौषद, के साथ साथ तपस्या भी निरन्तर चल रही है । पर्युषण महापर्व को सार्थक बनाते हुए संघ के मुन्ना देवी रामस्वरूप लोढ़ा 11 उपवास, वंदना वैभव पितलिया 9 उपवास, विनम्र विजय कुमार पितलिया 9 उपवास, विनीत प्रदीप पितलिया 9 उपवास की तपस्या कर अपने जीवन को सफल बनाने की ओर कदम बढाये है । मंगलवार को पर्युषण पर्व पूर्ण होने पर श्री संघ द्वारा क्षमापना दिवस मनाते हुए तपस्वीयो का भव्य वरगोड़ा नगर मे निकाल कर धर्म की जय जय कार की । जैन दर्शन के अनुसार वर्ष मे एक बार संवत्सरी के अवसर पर चौरासी लाख जीवायोनी से क्षमायाचना की जाती है । आज क्षमापना दिवस पर बोलते हुए पूज्या गुरूणी श्री अर्हम वृता श्री जी मा.सा ने क्षमा का महत्व बताया ओर कहा कि दुनिया की कठिन से कठिन परेशानी भी क्षमा ओर प्रेम भाव से हल हो सकती है । वरगोड़ा के नगर भ्रमण के पश्चात उपाश्रय मे तपस्वीयो का श्री संघ द्वारा बहुमान किया गया । इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष जिनेन्द्र कुमार पितलिया, मंत्री भंवरलाल कछाला, विनोद गांधी, विजय पितलिया, प्रदीप पितलिया, योगेश चौधरी, विनोद भण्डारी, राजेश कोठारी, रोशन पितलिया, नेमीचंद नागौरी, अनिल लसोड़, सुशील नागौरी, राजेश पितलिया, लोकेश भण्डारी, विनोद पितलिया, सहित महिला मंडल, बालिका मंडल, बहु मंडल, नवरत्न परिवार, पार्श्वनाथ नवयुवक मंडल, के साथ साथ संघ के श्रावक श्राविकाऐ उपस्थित थे ।
पर्युषण महापर्व मे तपस्या करने वालो का बरगोड़ा निकला।
