निर्भया केस में आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई है। चार दोषियों में से एक अक्षय कुमार सिंह ने फांसी की सजा के खिलाफ रिव्यू पीटिशन दायर की है। वहीं इसके बाद दिल्ली की पटिलाया हाउस कोर्ट में सुनवाई होगी, जहां चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने पर विचार किया जाएगा। बता दें, निचली अदालत ने चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जिसे पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है। निर्भया के गुनहगारों से अंगदान की अपील करेगी संस्था सामाजिक सेवा से जुड़ी एक संस्था ने तिहाड़ जेल प्रशासन को पत्र लिखकर निर्भया के दोषियों से मिलने की इच्छा जताई है, ताकि दोषियों को अंगदान के लिए प्रेरित कर सके। संस्था का मानना है कि दोषियों की ओर से किए गए कृत्य की सजा उन्हें मिलनी चाहिए, लेकिन उनके पास कुछ अच्छा करने का अंतिम मौका है। दोषी अंगदान कर कई जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं। रोड एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन संस्था के प्रमुख राहुल शर्मा का कहना है कि उन्होंने अपने संस्था के लोगों से विचार-विमर्श कर यह पहल की है। अगर तिहाड़ प्रशासन की ओर से उन्हें मिलने की अनुमति नहीं मिलती है, तो वह न्यायालय से गुहार लगाएंगे। अक्षय कुमार सिंह की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होना थी, लेकिन ऐनवक्त पर चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने खुद को अलग कर लिया था। दरअसल, जस्टिस बोबड़े ने कहा कि उनका एक रिश्तेदार पूर्व में इस केस में पीड़िता की मां की ओर से पेश हो चुका है। इसलिए उचित होगा कि कोई दूसरी पीठ इस पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करे।
निर्भया केस में आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई राष्ट्रपति के पास लंबित है विनय शर्मा की दया याचिका
