नीमच 04 जनवरी (केबीसी न्यूज)। महात्मा ज्योतिराव फुले की धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले ने भारत में पिछड़े वर्ग की महिलाओं को शिक्षा क्रांति से जोड़ कर उनका जीवन स्तर सुधार ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया जो आज भी महत्वपूर्ण है । पहले महिलाएं घुंघट के साथ चुल्हे चैके की चार दिवारी में ही कैद थी लेकिन सावित्रीबाई की शिक्षा क्रांति के बाद महिलाएं देश की राष्ट्रपति, पायलेट, सेना, शासकीय सेवा में उच्च अधिकारी के पदों पर महिलाएं पहूंची है यह बात राष्ट्रीय फुले बिग्रेड के प्रदेश अध्यक्ष विनोद माली ने कही । वे नीमच फुलमाली सैनी समाज नीमच द्वारा शुक्रवार दोपहर 2 बजे सब्जी मंडी में सावित्रीबाई फुले के 189वीं जन्मदिवस के उपलक्ष्य में उनकी प्रतिमा अनावरण समारोह में बोल रहे थे । उन्होने कहां कि आज महिलाएं पुरूषों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर आगे बढ़ रही है समाज के लिए युवा वर्ग प्रसन्न होकर देश सेवा करे । महापुरूषों की जानकारी हम युट्यूब और गुगल पर पढ़े लेकिन उन सिद्धान्तों को जीवन में आत्मसात स्वयं करेंगे तभी देश में क्रांतिकारी सामाजिक परिवर्तन के साथ विकास होगा । समाजजन आपसी खींचतान छोड़कर संगठित होकर आगे बढे तभी देश विकास करेगा । समाज का काम करेगे तो विरोध होगा तो संघर्ष करे आगे बढ़े । युवा वर्ग खुद में परिवर्तन लायेंगे तभी विकास होगा । द्वेषता और अंहकार के त्याग बिना समाज का विकास नहीं हो सकता है । युवा वर्ग जवान है जवानी अन्धी होती है बुढ़ा वर्ग विकलांग होता है दोनों वर्ग मिल जाएं तो कठिन से कठिन कार्य भी सरलता से पुरा हो सकता है । विधायक दिलीपसिंह परिहार समाज के सामुदायिक भवन निर्माण के लिये जब भी आवश्यकता होगी एक लाख रूपये की राशि विधायक निधि से देने की घोषणा की । इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर, नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, राष्ट्रीय फुले बिग्रेड, महिला प्रदेश अध्यक्ष रागिनी सैनी, प्रदेश प्रभारी दीना पुष्पक, समाज अध्यक्ष मोहनलाल सैनी, देवीलाल सैनी, नवयुवक अध्यक्ष रामगोपाल सैनी, महिला जिलाध्यक्ष नीतु परवाल, बलवंत महावर, हेमलता धाकड़, वर्षा सैनी, जया सैनी, सुश्री किरण सैनी ने भी विचार व्यक्त किए । सुश्री गुनगुन सैनी ने देवा हो देवा भजन पर एकल नृत्य प्रस्तुत किया एवं सुश्री नेहा, पूजा, सुदर्शन सैनी ने सावित्रीबाई के परिधान पहन कर सावित्रीबाई के उपदेश दिये । इस अवसर पर कालुराम सैनी, सुरेश सैनी, सुश्री किरण सैनी, मन्ना माली, राजु माली मनासा, नेना माली, दीपक माली, नीतु माली, लक्ष्मी सैनी, सोनू सैनी, संतोष सैनी, ज्योति सैनी, शुभ सैनी, मयंक सैनी, पूजा मोना सैनी, प्रेमलता सैनी, कन्हैयालाल सैनी, रामगोपाल सैनी, योगेश सैनी, नवीन सैनी, सौरभ सैनी, अविनाश सैनी, निर्मल सैनी, बसन्त सैनी, बबलु सैनी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ और अंत में विगत दिनों सैनी समाज के निधन होने और देश की सीमा पर तैनात समाज जवानों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रृद्धाजंलि दी । कन्हैयालाल सैनी द्वारा लावारिश पुत्री को गोद लेने के लिए समाजजनों द्वारा सम्मान किया गया । कार्यक्रम का संचालन मोहनलाल ने किया तथा आभार रीता माली ने माना ।
सावित्रीबाई फुले प्रतिमा का अनावरण समारोह सम्पन्न , महिलाओं का विकास सावित्रीबाई की शिक्षा क्रांति की देन - दिलीपसिंह परिहार
