राजनीतिक घटनाक्रम कितना बढ़ गया है, अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि दोनों दलों के राष्ट्रीय नेता भी बयानबाजी करने लगे हैं। पढ़िए मध्य प्रदेश के ताजा घटनाक्रम पर किसने क्या कहा - मध्य प्रदेश में जारी पॉलिटिकल ड्रामा के बीच नेताओं की बयानबाजी भी जारी है। भाजपा और कांग्रेस के नेता लगातार बयानबाजी कर मौजूदा हालात के लिए एक दूसरे की पार्टी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह और कमलनाथ चर्चा में हैं, वहीं भाजपा खेमे से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मोर्चा संभाला है। राजनीतिक घटनाक्रम कितना बढ़ गया है, अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि दोनों दलों के राष्ट्रीय नेता भी बयानबाजी करने लगे हैं। पढ़िए मध्य प्रदेश के ताजा घटनाक्रम पर किसने क्या कहा - दिग्विजय सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री): हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं हैं, हम सब एक हैं। सभी विधायक हमारे सम्पर्क में हैं। भाजपा कोशिश कर रही है, लेकिन कामयाब नहीं होगी। जीतू पटवारी (मौजूदा सरकार में मंत्री): शिवराज सिंह चौहान इस पूरे मामले के मास्टर माइंड है, अब कई वीडियो और ऑडियो वायरल हो चुके हैं, जो सारे घटनाक्रम में उनका रोल जाहिर करते हैं। मध्य प्रदेश की सरकार को कोई खतरा नहीं है। भाजपा लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। मोदी जी दूसरे तरह की राजनीति की बात करते हैं, क्या यह उसी तरह की राजनीति है। विधायकों को 50 से 60 करोड रुपए का ऑफर दिया गया है। कुछ विधायक बेंगलुरु में है, लेकिन वे हमारे साथ हैं। अधीर रंजन चौधरी (लोकसभा में विपक्ष के नेता): मध्य प्रदेश की सरकार को तोड़ने के लिए भाजपा ने सारी ताकत झोंक दी है। शिकार की राजनीति करके हमारे पक्ष के विधायकों को डरा के, लुभा के, भड़का के भाजपा अपने पक्ष में लाना चाहती। कांग्रेस की सरकार को तोड़ना इनका मकसद है। सीबीआई, ईडी प्रशासन की जो क्षमता इनके पास है उसका दुरुपयोग करके ये कांग्रेस पार्टी को नेस्तनाबूद करने की साजिश काफी समय से कर रहे हैं। शिवराज सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री): भाजपा सरकार नहीं गिराना चाहती थी, खुद आ गिरे तो भाजपा क्या करे। कमलनाथ सरकार से पूरा प्रदेश परेशान है, प्रदेश में किसान परेशान हैं, कांग्रेस के विधायक भी परेशान हैं, इसके बाद भी कांग्रेस हम पर आरोप लगा रही है। वीडी शर्मा (भाजपा प्रदेश अध्यक्ष): भाजपा का इससे कोई लेना देना नहीं है। कमलनाथ की अपनी दुनिया है, उनकी सरकार अंतर्कलह से जूझ रही है। गोपाल भार्गव (विधानसभा नेता प्रतिपक्ष ): मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। भाजपा खरीद-फरोख्त नहीं करती है। पूरा देश जानता है कि कमलनाथ की सरकार जोड़-तोड़ से चल रही है। मुख्तार अब्बास नकवी (केंद्रीय मंत्री): मुझे लगता है खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे। वो तोड़-फोड़,जुगाड़,जोड़-तोड़ करने में सबसे ज्यादा माहिर हैं,अब वो उल्टे आरोप लगा रहे हैं। तो मध्यप्रदेश के हालात पर 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कह सकते हैं'। बृजेंद्र सिंह (कांग्रेस सरकार में मंत्री): जिन लोगों ने विधायकों को खरीदने की कोशिश की, उन्होंने कालेधन का इस्तेमाल किया। कांग्रेस सरकार पूरे 5 वर्ष तक चलेगी, अगर जरूरी हो तो फ्लोर टेस्ट करा लो। विवेक तन्खा (कांग्रेस सांसद): असंतोष के कारण ऐसा हो रहा है। समय आ गया है असंतोष दूर करने का। पार्टी आलाकमान बड़े कमद उठा सकता है। अलग से पीसीसी अध्यक्ष होता तो ऐसे हालात नहीं बनते। हमें पहले से ऐसी जानकारी थी कि भाजपा ऐसी कोशिश करेगी।
सियासी दांवपेंच के बीच जारी है बयानबाजी, जानिए किसने क्या कहा
