इसके साथ ही यह भी कहा कि चिकित्साकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार एक गंभीर अपराध है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोरोना वायरस का प्रकोप विस्फोटक गति से फैलता है। अमेरिका, ब्रिटेन और इटली व स्पेन सहित दुनिया के सबसे शक्तिशाली और संपन्न देशों को जब कोरोना के संक्रमण पर काबू करने में पसीने छूट रहे हैं, तो बाकी देशों की कौन चलाए। इससे बचने का एक ही तरीका है कि वायरस की चेन को तोड़ दिया जाए और उसके लिए जरूरी है कि लोग लॉक डाउन के नियमों का पालन करें और सामाजिक दूरी बनाकर रखें। हालांकि, लोगों की मनमानी की वजह से यह वास्तविकता में हो नहीं पाता है। फिलीपीन्स के राष्ट्रपति भी इस स्थिति से काफी परेशान हो गए, तो उन्होंने आदेश जारी कर दिया है कि जो भी लॉक डाउन का उल्लंघन करते दिखे, उसे देखते ही गोली मार दी जाए। इसके साथ ही यह भी कहा कि चिकित्साकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार एक गंभीर अपराध है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बताते चलें कि फिलीपींस में कोरोना वायरस की वजह से 96 मौतों हो चुकी हैं और 2,311 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अब रोजाना संक्रमित लोगों की संख्या रोजाना सैकड़ों में बढ़ रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि यह बदतर होता जा रहा है। इसलिए मैं एक बार फिर आपको समस्या की गंभीरता बता रहा हूं और आपको अवश्य सुनना चाहिए। पुलिस और सेना के लिए मेरे आदेश है... अगर कोई परेशानी है और एक ऐसा मौका आता है कि जब आपको वापस लड़ना पड़ता है और आपका जीवन खतरे में हैं, तो उन्हें गोली मार दें। क्या समझ में आया? मृत... परेशानी पैदा करने के बजाय, मैं तुम्हें दफनाऊंगा। बताते चलें कि मनीला के एक गरीब इलाके के निवासियों ने बुधवार को गड़बड़ी फैलाई, जिसके बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, वे पर्याप्त सरकारी खाद्य सहायता नहीं मिलने के लिए विरोध कर रहे थे। इतना ही नहीं, उन्होंने चिकित्सा समुदाय के लोगों के साथ भी बदतमीजी की। अस्पताल के कर्मचारियों, नर्स, डॉक्टर्स के शारीरिक शोषण और झगड़े किए, जिसे लेकर राष्ट्रपति ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि इसे तत्काल रोकना होगा।
फिलीपीन्स के राष्ट्रपति ने कहा- लॉक डाउन तोड़ने वाले को देखते ही मार दो गोली
