नीमच (केबीसी न्यूज) 5 मई। कोरोना के रूप में अचानक आई आपदा किसी युद्ध से कम नहीं है। संसाधनों की कमी के बीच भी हमारे कर्मठ समाजसेवी योद्धाओं ने हिम्मत नहीं हारी। कोरोना वायरस से बचाव के साथ ही कुछ लोग सेवा कार्य भी कर रहे हैं सैनिकों की रह डटे समाजसेवक योद्धा। स्वयं के चारपहिया वाहन कार से षहर में घूम घूमकर जिला चिकित्सालय में भर्ती रोगी एवं उनके परिवारजनों और षहर में फॅंसे आदिवासी भील मजदूरों को ढूंढ-ढूंढकर उन तक पहुंच रहे हैं और प्रतिदिन दोप. 2 बजे लगभग 250 से अधिक भोजन के पैकेट निःषुल्क वितरण व्यवस्था की गई थी। जयसिंहपुरा रेड स्थित एकता काॅलोनी के समीप जूना सत्यनारायण मंदिर के सामने श्री बड वाले बालाजी मंदिर प्रांगण में सभी सेवक कार्यकर्ता स्वयं ही दालबाटी भोजन प्रसाद का निर्माण किया गया था।और भोजन सामग्री तैयार होने के बाद कागज के कार्टूनों में भोजन के पैकेट भरकर कार में प्रतिदिन दोप. 2 बजे निकलते थे और सभी भूखे मजदूरों को भोजन वितरण का निःस्वार्थ सेवा कार्य किया है। भोजन सामग्री में खर्च होने वाली राषि अफीम फैक्ट्री के पीछे रेल्वे स्टेषन मार्ग स्थित निवासी एवं जायसवाल समाज नीमच के अध्यक्ष राजेष जायसवाल पराग के नेतृत्व में उनके सहयोगी मित्र मंडल के सदस्यों द्वारा वहन की गई। श्री जायसवाल के साथ उनक ेकार्य में जायसवाल समाज नीमच के कमलेष जायसवाल मामा, अ.भा.जायसवाल महासभा के राष्ट्रीय सचिव अर्जुनसिंह जायसवाल, मदनलाल वीरवाल, रेलवे सेवानिवृत्त अधिकारी सत्यनारायण त्रिपाठी, सत्यनारायण नरेला, रोहित खिमेसरा, रूपाभाई, कमलसिंह लाईनमैन, अमन छाबडा, विक्की छाबडा, दिलीप जायसवाल, विजय जायसवाल सेठी, निकिता जायसवाल, हेमंत बबलू घनेटवाल, प्रशांत जायसवाल डॉक्टर, नंदू सर्राफ, सुभाष गवई, लाला भाई, बबलू यशकरण दीक्षांत जायसवाल मंडी एवं मित्र मंडल की महिला सदस्यों का योगदान अभूतपूर्व रहा। इस अवसर पर जायसवाल समाज नीमच के अध्यक्ष राजेश जायसवाल पराग का साफा बांधकर उनके कुशल प्रबंधन के लिए सम्मान किया गया। राजेश जायसवाल की और से रोटी बनाने वाली महिलाओं का साडी पहनाकर सम्मान किया गया। —————————————
जरूरतमंदों को पहुंचाए 11250 भोजन के पैकेट
