नीमच। जिलें के लोगों को अब सावधान होने की जरूरत हैं क्योकि अब नीमच शहर में कोरोना अपना कहर बरपा सकता हैं। नीमच में प्रशासन सहित डॉक्टर की बड़ी लापरवही जिलें को महंगी पड़ सकती हैं। अब समय हैं। घर पर रहें सुरक्षित रहें क्योकीं नीमच जिलें में कोरोना पोजिटिव के पहलें 4 केस मगंलवार को मिलनें के बाद जिलें में गुरूवार दो और नए कोरोना पोजिटव केस मिलें हैं। इस तरह अब नीमच जिलें में दो दिन कोरोना पोजिटिव संख्या 6 तक पहुंच गई हैं। स्वास्थ्य विभाग को गुरूवार शाम को 46 नेगिटिव और 1रिजिक्ट सैंपल की रिर्पोट आई हैं।वही प्रशासन के द्वारा पोजिटिव मिलें युवक को आइसोलेशन शिफ्ट कर दिया गया हैं नि छठा केस नीमच के हम्माल मोहल्ले का हैं। जबकी पांचवा केस घण्टाघर के पास का मिला हैं।प्रशासन ने गुरूवार को दो पोजिटिव केस मिलनें के बाद इनके परिवार को भी आइसोलेशन में कर दिया हैँ। रात में मिली 48 रिर्पोट में 1 रिजेक्ट व 1 पोजिटव मिली नीमच स्वास्थ्य विभाग को रात में मिली 48 रिर्पोट में एक सेम्पल रिजेक्ट हो गया हैं। जबकी 46 रिर्पोट नेगिटिव आई हैं। जिसमें हम्माल मोंहल्ले के रहने वाले एक युवक की रिर्पोट पोजिटिव पाई गई हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पुरे परिवार का स्वास्थ्य चेकप कर आइसोलेशन में किया हैं। वही प्रशासन गुरूवार को सुबह एक रिर्पोट उदयपुर चिकित्साल से मिली हैं। जिसमें नीमच रहने वाला सर्राफा व्यापारी बद्रीलाल गोयल को कोरोना पोजिटिव मिला हैं इस व्यक्ति के डॉ पुत्र - वधु ने अपने पिता की जान को बचाने के लिए पुरे नीमच को ही खतरें में डाल दिया हैं। प्रशासन को झूठी जानकरी देकर पिता की डायलिसिस करवाने के नाम ई पास बनावकर नीमच उदयपुर चले गए। जहां डॉक्टर ने फिवर होने पर कोरोना का सेम्पल लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना किया गया। गुरूवार को सुबह नीमच उदयपुर से नीमच प्रशासन को पोजिटिव रिर्पोट मिली तो हड़कम्प मंच गया।प्रशासन के द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर डॉक्टर दम्पति के परिवार को आईसोलेशन किया में किया गया हैं।। बताया जा रहा की डॉक्टर दम्पति ने अपना डॉक्टर होने का पुरा फायदा उठाते हुए अपने घर पर अपने निजि हास्पिटल में पिता इलाज करने के दौरान शहर के डॉक्टरों को बुलाकर दिखवाया हैं। वही निजि अस्पताल में आने वाले कई मरीजों का चेकअप डॉ पुत्र - वधु के द्वारा किया गया वही अस्पताल में पिछले 15 दिनों में किस किस ने इलाज करवाया हैं और कितने लोग ओपीडी में आए हैं उनकी जानकारी अब प्रशासन जुटा रहा हैं। वही डॉक्टर सहित 17 लोगों अहमदाबाद में 8 फेमली के लोगों को आईसोलेशन किया गया हैँ।8 फेमली लोगों आईशलेशन किया हैं पर चिकित्सक अमित गोयल और सोनाली गोयल बड़ी लापरवही नीमच में घण्टाघर के पास रहने वाले बद्रीलाल गोयल जो कि नीमच के नामचीन चिकित्सक अमित गोयल और सोनाली गोयल के परिजन ही है। बताया गया है इन्हें बीते 1 मई से बुखार की शिकायत थी। जिनका ईलाज डॉक्टर दम्पत्ति अमित गोयल और सोनाली गोयल नया बाजार स्थित घर पर ही कर रहे थे। तीन दिन बाद घर से उन्हें स्वयं के निजी चिकित्सालय पर ले जाकर उपचार किया। जब सुधार न हुआ तो जिला प्रशासन से मरीज के डायलिसिस करवाने उदयपुर जाने की परमिशन ली गई। उधर उदयपुर के डॉक्टरों ने नीमच से आए बद्रीलाल गोयल को कोरोना होने का अनुमान बता कर सैम्पल भेज दिया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि उनका इलाज अब अहमदाबाद के हॉस्पिटल में चल रहा है। लेकिन मरीज की पिछले 8 दिनों की ट्रेवल हिस्ट्री, नीमच शहर को खतरे में डाल सकती है। और अगर इसमें कही चूक हुई होगी तो संभवतः यह एक बहुत बड़ा खतरा शहर के लिए हो सकता है। शहर के पांचवे कोरोना पॉजिटिव मरीज का तीन दिन तक घर मे ही रहकर उपचार तक तो ठीक था, लेकिन उसके बाद स्वयं के निजी चिकित्सालय में 3 दिन तक रखना उस पर कितने मरीज उस समय उस हॉस्पिटल में थे, जहाँ इन डॉक्टर दम्पत्ति ने उपचार किया। अपने परिवार के बुजुर्ग से डाक्टर दम्पति भी मिले होंगे, ऐसे कई मुद्दे सवाल खड़े करते है। घर परिवार और आस पड़ोस के अलावा घर, हॉस्पिटल के कर्मचारी सहित हर छोटा बड़ा आवश्यक कार्य करने वाले कर्मचारी भी इस सन्देह की सूची में शामिल होंगे। यदि शहर के इन नामचीन चिकित्सको ने शहर के सरकारी हॉस्पिटल में जांच करवाकर पहले ही पुष्टि कर लेते तो शायद चिंता बढ़ती नही। अब सावधान हो जाए नीमच जिला अब तक जो ग्रीन जोन में था वह मगंलवार को रात में 4 कोरोना पोजिटिव मिलनें के बाद अब ओरेंजजोन में पहुंच गया हैं। जिलें के कुछ लोगों के द्वारा लॉकडाउन के नियमों का पालन नही किया जिसका रिजल्ड़ हैं। की जिला लॉकडाउन के तीसरे चरण में ग्रीन जोन से बाहर होगया हैं। और जिलें में आने वाले दिनों में कोरोना को लेकर जिलें में क्या स्थिति होगी ये तो पता नही मगर नीमच जिलें के लिए जो सकेंत मिल रहें वो ठीक नही हैं। यदि प्रशासन ने समय रहते जिलें और ज्यादा सख्ती नही की तो ये निशिचित भी हैं की नीमच जिला हॉटस्पॉट (रेड़ जोन) में आने में देर नही लगेगी। जिस तरह से नीमच के दो केस दाओद उदयपुर के सामने आए हैं ये कहॉ से और कैसे आए हैं इसका प्रशासन अब तक पता नही लगा सका हैं। नीमच डॉक्टर ने जो किया हे इसका परीणाम अगले 15 दिनों में आना हैं। क्योकि डॉक्टर ने कई लोगों से सर्पक किया हैं। डॉक्टर सहित नीमच से अहमदाबाद तक कई लोग अब आईशलेशन में कर दिए गए हैं। दाओत के पोजिटिव केस का असर झाबुआ अशोक नगर तक देखने को मिला हैं। - कब क्या हुवा 1 अप्रैल को डॉक्टर गोयल के पिताजी बीमार हुए। 1 अप्रैल को डॉक्टर गोयल स्वयं एवं इसके अतिरिक्त डॉ चौधरी और डॉक्टर रिद्धि वर्धन सिंह चोरडिय़ा से चिकित्सा परामर्श लिया गया । 3 अप्रैल को आरबीएस कॉलेज के घंटाघर स्थित ऑफिस पर दिन भर रहे। 6 अप्रैल को उदयपुर के जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल में बाहरी दिखाया गया वहां ब्लड टेस्ट लिया। 6 अप्रैल को शाम को ही अहमदाबाद सिम्स हॉस्पिटल में दाखिला दीया यहां कोविड-19 और नान कोविड-19 दोनों तरह के इलाज होते हैं इस बात की डॉक्टर गोयल को अच्छी तरह पता था और यह सब घटनाक्रम होने के बावजूद भी डॉक्टर गोयल या उसके परिवार द्वारा ना तो नीमच किस सीएचएमओ को जानकारी दी और ना ही नीमच कलेक्टर को यह जानकारी भी अमेरिकन हॉस्पिटल उदयपुर द्वारा स्थानीय प्रशासन को दी गई -जस्ट नीमच-
लापरवाह डॉक्टर दम्पति, चूक हुई तो बढ़ सकता है खतरा, संक्रमित मरीजो की संख्या हुई 6 अब हो जाए सावधान
