बृजेश शर्मा सह सम्पादक @ इस समय पुरा विश्व चाहे विकसीत हो या विकासशील इस विपदा से दो-दौ हाथ कर रहा है। भारत के लिए भी यह समय बडी चुनौती भरा है। आज भारतवर्ष के नागरीको को धीमी गति से ही सही अपनी चपेट मे ले रहा है कोरोना। इस गति को रोकने के लिए भारत व राज्य सरकारे प्रयासरत्त है कोराना के विरूद्व इस युद्ध मे अपने प्राण हथेली पर लिए हुए है। क्योंकि हर जिम्मेदार व देश के प्रति समर्पित व्यक्ति जानता है कि कोरोना को भारत मे अपना अधिपत्य स्थापित करने से रोकने के लिए भारतवासियों को मिलकर कार्य करना होगा। सिर्फ प्रशासन ओर सरकार परा दोषा रोपण करने से आप अपनी जिम्मेदारियों से नही बच सकते। आज इस विपरित समय में भारत की जनता ही निर्णायक भुमिका निभा सकती है। यह जंग अपवादों व आदर्शो के बीच हैं ये हमें ओर आपको तय करना है हम देश के लिए अपवाद बने या आदर्श हम तबलीकी जमाति बने या विपदा मे जनहित के रक्षक बन इस्लाम को पाक बनाऐ रखे। आज समय धर्म के लिए मानवता को खतरे मे डालने का नही बल्की मानवता की रक्षा कर , मानवता के हित मे लिये गए दिशा निर्देशो का पालन कर धर्म की कीर्ति बढाने का है। मेरा मत किसी धर्म विशेष के विरुद्ध नही है। बल्की सभीे ग़ैर जिम्मेदार लोंगो के विरूद्ध हैं वह चाहे किसी भी जाति वर्ग , धर्म, सम्प्रदाय आदि के हो ये बात भलि भाँती जान ले आप सार्थक की भुमिका मे हों ओर अपवाद कभी गौरव का प्रतिक नही होता है वो हमेशा गैरत ही देता है। आज इस भीषण विपदा मे हम सभी भारत वासियों की भुमिका ही हमे इस महामार से बचा सकती है। इसलिए आप स्वयं अपनी जिम्मेदारी तय करे की हम व्यर्थ में सरकार के दिशानिर्देशो का उल्लंघन नही करेगे। बल्की हमारी और से जो सम्भव बन पडे मदद करेंगे। हम देश के लिए अपवाद नही आदर्श बनकार उभरेंगे। इन विषम परीस्थितीयों मे भी हम कोरोना योद्धाओ पर पथराव नही कर उनके प्रति सम्मान की दृष्टी रखेगे। कोरोना योद्धा चाहे वह बडे से बडा डोक्टर हो या अन्तिम सफाई कर्मी हो इन्हे हृदय से आभार क्योंकि हम जानते है कि आप क्या है। हमारे लिए नमन आप के जज्बे को ये आप ही है। जिन से भारत वासियों को गैरव की अनुभुति होती है। इस विपरीत समय में आपका संयम भारत को दृढ बनाता है। हमें हर मुसिबत के खिलाफा लडने को प्रेरित करता है। नमन आपको --------------------------------------- हिन्दुस्तान की पहचान आपके आर्दर्श है कीसी मंदबुद्धि के अपवाद नही।
स्वतंत्र बौद्धिक पत्र सह सम्पादक बृजेश शर्मा की कलम से @ कोरोना विश्व को चुनोती देती महामारी व आम नागरिक की भूमिका।
