रणजीत नागदा@नीमच समीपस्थ ग्राम पंचायत कानाखेड़ा-बिजलवास बामनिया में विकास के नाम पर लाखों का घोटाला.... पिछले दस सालों से सरपंच पद संभालते आ रहे है सरपंच रेखाबाई नागदा पति राधेश्याम लेकिन इन कार्यकालों में ये क्या इतने बिल पास हुए और पैसा भी आया तो गया कहा ? ये एक बहुत बड़ा प्रश्न है आखिर विकास के नाम पैसा गुमनाम क्यों ? कार्य 1. कानाखेड़ा में मोटर साइकल स्टेण्ड पैसे मंजूर हूए=20,000 हजार(2/10/2015 से) जबकि कानाखेड़ा में कोई मोटर साइकल स्टेण्ड नही है! कार्य 2.ग्रामीण नलजल योजना मरम्मत कार्य पैसे मंजूर हुए रुपये =250000लाख(3.10.2015) जबकि बिजलवास में नल नही चल रहे है 2015 से अब तक। कोई मरम्मत नही हुई पूरा के जंग लगे पाइप लगाए गए जो आपके सामने है कार्य 3. कानाखेड़ा में पशु चिकित्सा कक्ष बना है पैसे मंजूर हुए 33382.रुपये जबकि कोई पशु चिकित्सा कक्ष नही है कानाखेड़ा में कार्य4 .बिजलवास बामनिया पेयजल टेंकर क्रय पैसे मंजूर हुए रुपए=600000 लाख 2/10/2017 जबकि गाव पँचायत द्वारा कोई टेंकर नही चल रहा है कार्य 5.कानाखेड़ा श्मशान बाउंड्री वाल निर्माण कार्य के मंजूर रुपये 60,0000 लाख 2/10/2017 में मंजूर हो चुके जो के आपके यहां अब कार्यरत हुई जो काम अभी बाकी है ग्राम कानाखेड़ा ओर बिजलवास बामनिया के नागरिको को जरा भी भनक नहि की उनके विकास के नाम के नाम लाखो रुपये गबन हो गए जमीन निगल गई या आसमान में गए आखिर इतने पैसे गए तो कहा गए या बच्चो की शादियों में बिन्दोलियो में उडा दिए गए या महँगी महंगी कारो की किस्त भरने में चले गये आखिर तो गए कहा???? सबसे बड़ी ओर मुख्य बात की लगभग 2सालो से इस पँचायत शिकायत से शिकायत हो रही है लेकिन प्रशासन और अधिकारी गण क्यो चुप्पी साधे बैठे है आखिर क्यों???? शिकायत करने पर मिलती है धमकिया ओर क्यो ना मिलेगी आखिर सवाल घोटालो की पोल खुलने का जो है..... इन कार्यो के अलावा भी ओर कई बिल है इतने है में आपको गिना भी नही सकता जो ग्राम कानाखेड़ा ओर बिजलवासबामनिया में विकास के नाम पर लग चुके है लेकिन आजादी के बाद भी इन दोनों गाँव की हालत आपके सामने है अब देखना ये है कि प्रशासन की इन घोटालो पर कब नजर पडती है और कब कार्यवाही होती या ये घोटाले युही चलते रहेंगे ?
कानाखेड़ा सरपंच द्वारा विकास के नाम पैसा गुमनाम। ।
