दैनकीभास्कर@भारत में करीब 90 करोड़ मतदाता, इनमें से करीब 50 करोड़ करते हैं इंटरनेट का इस्तेमाल भारत में स्मार्ट फोन यूजर्स की संख्या 45 करोड़ के करीब नई दिल्ली. भारत में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव में जहां एक ओर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों और सत्ताधारी भाजपा के बीच घमासान देखने को मिलेगा। वहीं फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया की भूमिका भी पार्टी की जीत में निर्णायक रहने वाली है। भारतीय राजनीति में सोशल मीडिया के प्रभाव पर रिसर्च मेलबर्न की डायकिन यूनिवर्सिटी में संचार की प्रोफेसर ऊषा एम रोड्रिक्स ने भारतीय राजनीति में सोशल मीडिया के प्रभाव पर रिसर्च की। ऊषा ने बताया, आजकल सोशल मीडिया का इस्तेमाल सभी पार्टियों को काफी लाभ पहुंचाता दिख रहा है। आने वाले चुनावों में भी सोशल मीडिया और डाटा विश्लेषकों की भूमिका अहम रहेगी। मेलबर्न की डायकिन यूनिवर्सिटी में संचार की प्रोफेसर ऊषा एम रोड्रिक्स ने भारतीय राजनीति में सोशल मीडिया के प्रभाव पर रिसर्च की। ऊषा ने बताया, आजकल सोशल मीडिया का इस्तेमाल सभी पार्टियों को काफी लाभ पहुंचाता दिख रहा है। आने वाले चुनावों में भी सोशल मीडिया और डाटा विश्लेषकों की भूमिका अहम रहेगी। तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत से लोकसभा में टक्कर कांग्रेस हमेशा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी आर्थिक नीतियों को लेकर टारगेट करती रही है, जबकि भाजपा हमेशा से यह कहती आई है कि कांग्रेस जनता से जुड़ी हुई पार्टी नहीं है। हालांकि, कांग्रेस ने हाल ही में तीन राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की। इससे अब लोकसभा चुनाव 2019 की लड़ाई और भी टक्कर की हो गई है। वॉलेंटियर की मैनपॉवर नहीं समझती कांग्रेस राजस्थान बीजेपी आईटी यूनिट के सदस्य मयंक जैन ने बताया, कांग्रेस सोशल मीडिया की ताकत को जानती है, लेकिन वह वॉलेंटियर की मैनपॉवर को नहीं समझ पाई। उन्होंने अपने मोबाइल में भाजपा के कई वॉट्सअप ग्रुप दिखाए, जिसमें से एक बीजेपी राजस्थान वॉरियर्स के नाम से भी था। मयंक जैन ने बताया, जयपुर में भाजपा का सोशल मीडिया ऑपरेशन सिर्फ दो अपार्टमेंटों से चला था। जयपुर में कांग्रेस का वॉर रूम जयपुर वॉर रूम से कांग्रेस वॉलेंटियर्स को मैनेज करने वाले मनीष सूद ने आने वाले चुनाव में कड़ी टक्कर की बात कही है। उन्होंने कहा, अब तक के चुनावों में हम बच्चे थे, लेकिन अब हम उन्हें सत्ता से बाहर करने जा रहे हैं। अब हम सोशल मीडिया और वॉलेंटियर्स पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। कांग्रेस-भाजपा की वॉट्सऐप राजनीति कांग्रेस ने बताया, उसके वॉलेंटियर्स राजस्थान में 90 हजार से अधिक वॉट्सऐप ग्रुप चलाते हैं। जबकि भाजपा सीधे तौर पर सिर्फ 15 हजार वॉट्सऐप ग्रुप चला रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं करीब 1 लाख वॉट्सऐप ग्रुप चला रहे हैं। देश में 30 करोड़ फेसबुक और 20 करोड़ व्हाट्सऐप यूजर्स हैं भारत में करीब 90 करोड़ मतदाता हैं। इनमें करीब 50 करोड़ लोग इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं। देश में करीब 30 करोड़ फेसबुक यूजर्स और 20 करोड़ लोग व्हाट्सऐप पर एक्टिव हैं। करोड़ों लोग ट्विटर यूज करते हैं। ये किसी भी अन्य लोकतंत्र से कई अधिक है। काउंटरपॉइंट के मुताबिक, भारत में अब स्मार्ट फोन यूजर्स की संख्या 45 करोड़ के करीब पहुंच गई है, जो पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में 15.5 करोड़ थी। यह यूएस की जनसंख्या से काफी अधिक है। फेक न्यूज और संदेशों से 30 लोगों की मौत डाटा पोर्टल इंडियास्पेंड के मुताबिक, सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फेक न्यूज और संदेशों ने पिछले साल करीब 30 से अधिक लोगों की जान ले ली थी। खासकर बच्चों को किडनेप करने वाली गैंग की अफवाह ने सबसे ज्यादा जान ली हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में अहम भूमिका निभाएगा सोशल मीडिया
