Madhya Pradesh में चल रहे सियासी घमासान के बीच सोमवार का दिन बहुत अहम हो सकता है। राज्यपाल लालजी टंडन के आदेश के अनुसार यदि Madhya Pradesh विधानसभा में Floor Test होता है तो साफ हो जाएगा कि कमलनाथ की मौजूदा सरकार रहेगी या एक बार फिर शिवराज सिंह चौरान का राज लौटेगा। ऐसे में यह जानना अहम हो जाती है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति क्या है? हालांकि तमाम उठापटक के बीच भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही रहे हैं। वहीं कमलनाथ की कोशिश शक्ति परीक्षण को टालने की है। जानिए Madhya Pradesh विधानसभा की ताजा स्थिति मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीट हैं, जिनमें से दो खाली हैं। उन पर बाद में उपचुनाव होगा। शेष 228 सीटों में से कांग्रेस के बागी 6 मंत्रियों के इस्तीाफे मंजूर कर लिए गए हैं। इस तरह कुल सीटें 222 रह जाती हैं। 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने के बाद कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं। वहीं भाजपा की संख्या पहले की तरह 107 है। बसपा के 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीयों पर भी नजर रहेगी। 222 विधायकों में कांग्रेस के 16 बागी बेंगलुरू में हैं। यदि इनके इस्तीफे स्वीकार हो जाते हैं तो सदन में कुल संख्या 206 रह जाएगी। इस स्थिति में भाजपा का पलड़ा भारी रहेगी, क्योंकि सरकार बनाने के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी और उसके पास कुल 107 हैं। कांग्रेस के विधायकों का आंकड़ा घटकर 92 रह जाएगा। कुल मिलाकर सभी की नजर ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 16 विधायकों पर है जो इस समय बेंगलुरू में हैं। कांग्रेस दावा कर रही है कि वे उसके साथ है और भाजपा ने उन्हें बंधक बना रखा है।
फ्लोर टेस्ट पर सभी की नजर, जानिए विधानसभा की ताजा स्थिति , 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने के बाद कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं। वहीं भाजपा की संख्या पहले की तरह 107 है।
