मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लगी याचिका पर आज फिर सुनवाई होगी। बुधवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने पूछा कि स्पीकर एनपी प्रजापति 16 बागी विधायकों के इस्तीफे पर कब निर्णय लेंगे, इस स्पीकर के वकील आज अपना पक्ष रखेंगे। उधर मध्य प्रदेश में सियासी घमासान जारी है, भाजपा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उनके प्रदेश मुख्यालय में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट करने का आरोप लगाया। इस मामले में कांग्रेस के आठ कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दिग्विजय सिंह सहित 8 मंत्री बेंगलुरु पहुंचे थे, लेकिन बागी विधायकों ने उनसे मिलने को इनकार कर दिया। उधर सीएम कमलनाथ का कहना है कि मैं केंद्रीय गृहमंत्री और कर्नाटक के मुख्यमंत्री को फोन से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन वो मुझसे बात नहीं कर रहे। मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान की हर जानकारी पढ़िए यहां... वीडी शर्मा बोले, न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि हुड़दंग गैंग ने बेंगलुरु में जाकर हुड़दंग करने का प्रयास कि या है। जैसा कि पहले उनके मंत्री कर चुके हैं। मप्र में जिस तरह से आंदोलन करने का प्रयास कि या। भाजपा के कार्यकर्ता लड़ाई लड़ना ही नहीं जानते, उनको जवाब देना भी जानते हैं। लेकि न हम सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास रखते हैं। पूरे घटना की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है और कल भी चलेगी। कोर्ट का जो भी आदेश होगा। उसका पालन करने का प्रयास भाजपा करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी कह रहे है कि हम कोरोना वायरस के कारण विस की कार्रवाई में शामिल नहीं हो रहे हैं। लेकि न आंदोलन के लिए सड़कों पर जमा हो रहे हैं। चाहता तो 15 महीने पहले ही सीएम बन जाता : शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा अगर मैं चाहता तो उसी समय (15 महीने पहले) मुख्यमंत्री बन जाता। लोग (विधायक) भी आ रहे थे पर हमने ही कहा, आपकी अधिक सीटें आई हैं आप सरकार बनाओ। सीहोर के रिसॉर्ट में मीडिया से बातचीत में चौहान ने कहा कि भाजपा ने पहले ही कहा था कि इस सरकार को गिराएंगे नहीं। कांग्रेस अपने अंतर्विरोधों के कारण गिर जाए तो कुछ नहीं किया जा सकता है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने परिवार को मंत्रिमंडल में ले लिया। बेटा, भतीजा सब शामिल हो गए। वरिष्ठों की किसी ने नहीं सुनी और आज हम पर आरोप लगाते हैं कि माफियाओं के कारण भाजपा सरकार गिरा रही है। जनता की अदालत में दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमल नाथ को जवाब देना पड़ेगा। कांग्रेस ने बहुमत खो दिया है, अल्पमत में आ गई है। सीएम कमल नाथ का आरोप, 16 विधायक पुलिस के पहरे में कैद मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बेंगलुरू में मौजूद 16 विधायकों को लेकर कहा, 'मैं सुबह से कर्नाटक के मुख्यमंत्री समेत देश के गृह मंत्री को फोन लगा रहा हूं लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि मेरे फोन का जवाब तक नहीं आया। हम तो आज भी चाहते हैं कि फ्लोर टेस्ट हो, लेकिन नियम प्रक्रिया व संविधान के अनुसार हो। मीडिया से चर्चा में नाथ ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा है कि अगर उसे लगता है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो वह विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाए। उसे विधानसभा में पहले ही दिन अविश्वास प्रस्ताव लाना था। उन्होंने तंज कसा कि ऐसा नहीं होता कि कोई सड़क पर खड़े होकर कह दे कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो क्या यह सही है? मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा कहती है कि हम अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएंगे, आप विश्वास प्रस्ताव लाओ। हमारा 15 महीने से बहुमत बना हुआ हैं। कमल नाथ ने कहा कि भाजपा 16 विधायकों को वापस लाने में घबरा रही है, उन्हें पुलिस के पहरे में कैद कर रखा है। बागी विधायकों के इस्तीफे पर आज अपना पक्ष रखेंगे स्पीकर के वकील मध्य प्रदेश में चल रही सियासत का अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर लंबी बहस चली, लेकिन फैसला नहीं हो पाया। अदालत ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि 16 बागी विधायकों के इस्तीफे पर वह फैसला कब लेंगे। इस पर सिंघवी ने कहा कि वह गुरुवार को बता पाएंगे। अदालत ने बागी विधायकों को न्यायाधीशों के समक्ष चैंबर में पेश किए जाने का प्रस्ताव भी ठुकरा दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि फ्लोर टेस्ट में शामिल हों या नहीं लेकिन विधायकों को बंधक नहीं बनाया जा सकता है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ व जस्टिस हेमंत गुप्ता की पीठ के समक्ष सुनवाई गुरुवार को भी जारी रहेगी। कोर्ट ने स्पीकर के वकील सिंघवी से कहा कि अगर बागी विधायक गुरुवार को उनके समक्ष पेश हों तो क्या वह उनके इस्तीफे पर फैसला ले लेंगे। इस पर बागी विधायकों के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि वे स्पीकर के समक्ष नहीं पेश होना चाहते। जस्टिस चंद्रचूड़ ने सिंघवी से कहा कि कोर्ट के पूर्व फैसले कहते हैं कि स्पीकर को जल्द फैसला करना चाहिए। बताइए स्पीकर कब तक फैसला कर लेंगे। सिंघवी ने कहा कि वे इस बारे में कोर्ट को गुरुवार को ही बता पाएंगे।
मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज भी सुनवाई
