:लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं पर लोगों की जिंदगी बचाने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन का अलग स्वरूप होगा। जिन 30 जिलों में संक्रमण के प्रकरण सामने नहीं आए हैं, वहां कुछ हद तक छूट दी जा सकती है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मीडिया के साथ संवाद में कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि 23 मार्च को जब शपथ ली थी, तब जांच की सुविधा मात्र 60 थी और एक लैब थी। इसे बढ़ाकर 1020 तक पहुंचाया जा चुका है। जांच क्षमता बढ़ाने पर लगातार काम चल रहा है, क्योंकि टेस्ट की संख्या बढ़ाने पर ही संक्रमण का पता चल सकता है। पांच हजार पीपीई किट्स प्रतिदिन बना रहे हैं। जल्द ही यह संख्या 10 हजार प्रतिदिन हो जाएगी। घर पर बने मास्क का चलन काफी बढ़ गया है। 29 हजार आइसोलेशन और 712 आइसीयू बेड उपलब्ध हैं। कोरोना का संक्रमण 22 जिलों तक पहुंचा है। इंदौर देश के हॉट स्पॉट में से एक है। भोपाल में भी इसने पांव पसारे हैं। इन्हीं दो जगह पर कोरोना प्रभावितों की 80 फीसदी संख्या है। इंदौर के कुछ इलाकों में संक्रमण बुरी तरह फैल गया था। सभी जिलों के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई है। भोपाल और इंदौर में पहले प्रभावित इलाके चिन्हित करने के साथ हॉट स्पॉट को सील किया गया। पहले जांच हो और फिर इलाज, यह हमारी कार्ययोजना है। भोपाल में तब्लीगी और विदेशी जमात के कारण संक्रमण फैला। स्वास्थ्य संचालनालय के लोग भी संक्रमित हुए। मुख्यमंत्री ने बताया कि दूसरी श्रेणी में उन जिलों को रखा है, जहां कोरोना के मरीज तो हैं, लेकिन सीमित जगह हैं। ऐसे हॉट स्पॉट को चिन्हित कर कैंटोनमेंट क्षेत्र बनाकर संपर्क की चैन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। तीस जिले, इस महामारी से अछूते हैं, लेकिन यहां भी न कोई अंदर से बाहर जाए और न ही बाहर से कोई अंदर आए, इस पर काम किया जा रहा है। बाहर से आने वाले 26 हजार लोगों का सर्वे किया जा चुका है। संतोष की बात है कि अन्य राज्यों से आए मजदूरों में कोई पॉजिटिव नहीं निकला है। मंत्रालय स्तर पर कोर टीम बनाकर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। जिलों में क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए हैं। पांच करोड़ 40 लाख लोगों को तीन माह का राशन दिया जा चुका है। जो 32 लाख लोग छूट रहे थे, उन्हें बाद में अलग से राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। उच्च मानदंडों की मिसाल की पेश मुख्यमंत्री ने मीडिया की भूमिका पर कहा कि कोरोना से लड़ाई में पत्रकारिता के उच्च मानदंडों की मिसाल पेश की गई है। हालांकि, सोशल मीडिया में चलने वाली अफवाहें कई बार विचित्र परिस्थिति पैदा कर देती हैं। अभी ऐसी खबरें न आएं जो लोगों के मनोबल को डिगाए। कोरोना ऐसी बीमारी नहीं है कि ठीक न हो सके। समय पर उपचार मिल गया तो यह साधारण बीमारी है। 38 लोग ठीक होकर निकले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने वाली है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शनिवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में आमराय यह भी बनी कि अभी लॉकडाउन हटाना उपयुक्त नहीं होगा। हालांकि इस बार लॉकडाउन का स्वरूप अलग होगा। हम तेंदूपत्ता तोड़ने की अनुमति देंगे। महुआ का फूल, अचार की चिरोंजी, करंजी को भी छूट के दायरे में लाएंगे। यदि बाजार न लगने की कारण बिक्री में समस्या आती है तो फिर वनोपज संघ खरीदी भी करेगा।
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन तो बढ़ेगा पर स्वरूप अलग रहेगा- शिवराज
