साधु शोभन सरकार का निधन हो गया है जिन्होंने उन्नाव किले में 1000 टन सोना दबा होने का दावा किया था। यूपी के उन्नाव किले में 1000 टन सोने का दावा करने वाले संत शोभन सरकार का निधन हो गया है। उनके निधन के बाद भक्तों में शोक व्याप्त हो गया है। शोभन सरकार ने उन्नाव के राजा राम बख्श सिंह के किले में एक हजार टन सोने का खजाना होने का दावा किया था। उन्होंने यह दावा सपने के आधार पर किया था। इस दावे पर उन्नाव के ढौंडिया खेड़ा में आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम ने किले में खजाने की खोज की थी, हालांकि किले में खजाना नहीं मिला था। शोभन सरकार के निधन के बाद कानपुर देहात के शिवली कोतवाली क्षेत्र के बैरी में बने उनके आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए भक्त पहुंच रहे हैं। शोभन सरकार का यह था दावा शोभन सरकार ने दावा किया था कि उन्हें सपने में किले के शिव चबूतरे के पास 1000 टन सोने के दबे होने का पता चला है। इसके बाद ही साधु शोभन सरकार ने सरकार से सोना निकलवाने की बात कही थी। सरकार के सपने के आधार पर ही सरकार ने खजाने की तलाश शुरू कर दी थी। हालांकि कई दिनों तक चली खुदाई के बाद भी कुछ हाथ नहीं लगा था। खजाना न मिलने पर सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम की भी आलोचना हुई थी। खजाने पर शुरू हो गई थी सियासत शोभन सरकार के सपने के आधार पर किले में की गई खुदाई के पर केंद्र और राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। उस दौरान विहिप नेता अशोक सिंघल ने भी कहा था कि सपने के आधार पर खुदाई की जाना सही नहीं है। वहीं खजाने की कहानियों के बीच उसके कई दावेदार भी सामने आ गए थे। राजा के वंशजों ने भी उन्नाव में डेरा डाल लिया था। इस दौरान तत्कालीन केंद्र सरकार की ओर से कहा गया था कि अगर खजाना मिलता है तो उस पर सिर्फ देशवासियों का ही हक होगा। वहीं समाजवादी पार्टी की सरकार ने कहा था कि खजाने में निकली संपत्ति पर राज्य सरकार का हक होगा।
उन्नाव के किले में 1000 टन सोने का दावा करने वाले संत शोभन सरकार का निधन
